छिपे अर्थ को पहचानिए छिपे अर्थ को पहचानिए
तुम कितनी सुलझी हुई हो ना, जैसे की कोई रेशम का धागा, कितना भी करो हमेशा सुलझा। तुम कितनी सुलझी हुई हो ना, जैसे की कोई रेशम का धागा, कितना भी करो हमेशा सुलझा।
भगवान लोगों का दिल बदल देता है, प्रार्थना ईश्वर के हृदय को बदल देती है । भगवान लोगों का दिल बदल देता है, प्रार्थना ईश्वर के हृदय को बदल देती है ।
कोई ऐसा आ जाए, जो पिया को लाए होली में कोई ऐसा आ जाए, जो पिया को लाए होली में
प्राण की उर्वर धरा पर भावनाएँ बीज बोती खिल उठा उपवन अनोखा चहकता है अब उभय से। प्राण की उर्वर धरा पर भावनाएँ बीज बोती खिल उठा उपवन अनोखा चहकता है अब उ...
जुनून-ए-मयस्सर में तार-तार हो गये। जुनून-ए-मयस्सर में तार-तार हो गये।